5G के युग में पहुंच चुके भारत देश निजी टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले अपनी अंतिम सांस गिन रहा BSNL
5G के युग में पहुंच चुके भारत देश निजी टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले अपनी अंतिम सांस गिन रहा BSNL
बंद हो जाती है देश की धड़कन BSNL का नहीं हो सका आधुनिक युग में इलाज लगातार उपभोक्ता पोर्ट करा रहे निजी कम्पनियो में अपना नंबर।
भारतीय दूरसंचार विभाग BSNL जो देश की धड़कन कही जाती है अब उसकी धड़कने थमती नजर आ रही है एक तरफ जहां निजी कंपनियां 5G सेवाओं पर लगातार काम करते हुए सफलता के नए आयाम छू रहे हैं तो वहीं भारत देश की सबसे बड़ी संचार सेवा प्रदाता कंपनी बीएसएनल निजी कंपनियों के मुकाबले अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है जबकि वर्तमान समय में प्राइवेट कम्पनिया 5G सेवाओ पर लगातार कार्य कर रही वही बीएसएनएल कंपनी जो भारत सरकार की कंपनी है चौपट होती नजर आ रही है जो अव्यवस्थाओं के चलते अंतिम सांसे गिन रही इसमें जो सबसे बड़ा बड़ा कारण सामने आ रहा है वह यह है कि खुद जिम्मेदार ही बीएसएनएल द्वारा दी गई सेवाओं का गला दबाने पर तुले हैं जिसके चलते BSNL की connecting India उपभोक्ताओं से disconnect होती जा रही है।
परेशान होकर भाग रहे उपभोक्ता
देखने को मिल रहा है कि भारत संचार निगम लिमिटेड BSNL के उपभोक्ताओं को कभी भी कंपनी द्वारा संपर्क किया नहीं जाता और जब किसी कारणवश सेवाएं बाधित होती है तो समय पर उसका निदान भी नहीं हो पता विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की उदासीनता के चलते अगर मजबूरी नहीं हुई तो उपभोक्ता लगातार निजी कंपनियों की तरफ रुख कर रहे हैं और देखा जा रहा है कि बीएसएनएल के जारी नंबर निजी कंपनियों में लोग पोर्ट करा कर भारत संचार निगम लिमिटेड से अपना नाता तोड़ रहे हैं।
नेटवर्क समस्या।
बीएसएनएल की सबसे बड़ी समस्या नेटवर्क की हो रही है 10 वर्ष पहले जिस तरह से बीएसएनल का नेटवर्क हुआ करता था आज भी वही नेटवर्क मिल रहा है जबकि शहर ही नहीं गांव-गांव तक निजी कंपनियों की टॉवर लग चुकी हैं और उनका नेटवर्क काफी तेज और बेहतर है शासन के कर्मचारियों को बीएसएनएल की सिम जहां भी अलाट की गई है सभी जगह नेटवर्क का रोना देखा जा रहा है ग्रामीण क्षेत्रों में बीएसएनएल की सेवाएं लगभग अपनी अंतिम सांसें गिन रही हैं जिसके पास बीएसएनल की सिम रखना मजबूरी है उसको अगर छोड़ दें तो बाकी उपभोक्ता निजी कंपनियों की ओर तेजी के साथ भाग रहे हैं जिन शासकीय कर्मचारियों को पोस्टपेड सिम अलाट है उनके खाते से रुपए तो कट रहे हैं लेकिन जरूरत पड़ने पर उन्हें नेटवर्क सही तरीके से नहीं मिल रहा है अगर कोई दूर संचार विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत भी करते हैं तो शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जाता।