Rewa news, देश के 24वें सबसे ऊंचे जलप्रपात में सन् 1495 से प्रतिवर्ष लगता है 4 दिनों तक ऐतिहासिक मकर संक्रांति मेला जानिए क्या है खासियत।
संजय पांडेय, गढ़
रीवा: भारत देश के विंध्य क्षेत्र में रीवा जिले का क्योटी जलप्रपात भारत का 24 वा सबसे ऊंचा झरना है यहां हर वर्ष 14 जनवरी से 18 जनवरी तक बृहद मेले का आयोजन किया जाता है प्रशासनिक आंकड़े के अनुसार लगभग तीन से चार लाख लोग इस मेले में सम्मिलित होते हैं जहां महिलाएं पुरुष युवा मेले का आनंद उठाते हैं क्योंटी में झरने के साथ प्राचीनतम मंदिर और किला है बताया गया है कि सन 1495 में राजा नागवन देव जब से किले में आए तब से मेले का आयोजन किया जाता है और अब तक यही परंपरा चली आ रही है क्योंटी के ऐतिहासिक मेले में आसपास के कलाकारों द्वारा अपनी कलाकृतियों को प्रदर्शित कर बिक्री करते हैं जैसे लोहे का सामान भेड़ी कंबल का सामान पत्थर का सामान बांस और मिट्टी के बर्तन एक से बढ़कर एक कलाकृतियों से भरे होते हैं मकर संक्रांति मेला में प्रमुखता के साथ गन्ना देसी लाई के साथ अन्य सामान एवं बर्तनों का मेला लगता है जहां सैकड़ों छोटी बड़ी दुकानों के जरिए व्यापारी दुकान सजाते हैं और हजारों लाखों की संख्या में लोगों द्वारा मेले में खरीददारी की जाती है।
सन् 1495 से प्रतिवर्ष लगता है मेला।
बताया जाता है कि क्योंटी गढ़ी का निर्माण पंद्रह सौ ईस्वी में राजा परमल देव के द्वारा करवाया गया था ऐसा कुछ उल्लेख
मिलता है कि इसमें भव्य प्रवेश द्वार जिसमें खूबसूरत
नक्काशी की गई है यहां पर पत्थर पर निर्मित कलाकृतियों
को देखने की मिलती है किले में आयताकार कक्ष बने है जिसका उपयोग शायद दीवाने खास के रूप में किया
जाता रहा होगा हालाकि अब क्योंटी गढ़ी खंडहर
में तब्दील हो गई हैं इतना ही नहीं यहां बहुत सारी प्राचीन
चीजें हैं जिनका उपयोग प्राचीन समय में होता रहा है यहां प्राकृतिक सुंदरता का पूरा नजारा देखने को मिलता है और जलप्रपात का अद्भुत नजारा साफ देखा जा सकता है गढ़ी के पिछले भाग से क्योटी जलप्रपात भैरव बाबा मंदिर और राम जानकी का मंदिर भी देख सकते हैं यहां बहुत अच्छी जगह है और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ क्योंटी ऐतिहासिक भी हैं साथ ही पर्यटक के हिसाब से यहां बेहतर स्थान माना जाता है।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस मुस्तैद।
प्रतिवर्ष मकर संक्रांति का चार दिनों तक क्योंटी जलप्रपात में चलने वाले मेले में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस द्वारा पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था दी जाती है सुरक्षा की दृष्टि से पूर्व वर्ष में हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष विशेष सतर्कता बरती जा रही है मेला प्रारंभ के पूर्व ही पुलिस अनुविभागीय अधिकारी मनगवां डॉ कृपाशंकर द्विवेदी ने 09/01 2023 को मेला स्थल का निरीक्षण किया था इस दौरान स्थानीय सरपंच सचिव अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सिरमौर जनपद पंचायत सीईओ गंगेव, सिरमौर से संपर्क कर यह सुझाव दिया गया है कि मंदिर और जलप्रपात में जाने वाले लोगों के रास्ते में दुकान ना लगाई जाए दुकानों के कारण मार्ग संकीर्ण हो जाता है और सामाजिक तत्वों द्वारा भीड़ में चेन स्नेचिंग जेब कतरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है मेले में किसी भी प्रकार से होने वाली दुर्घटना को रोकने के लिए ऐसी व्यवस्था की जाए की जो मुख्य मार्ग है उनके किनारे लगने वाली दुकानों को और दूर लगाया जाए जिससे आवागमन का साधन सम हो सके और अत्यधिक भीड़ न लगे जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
इनका कहना है।
क्योंटी जलप्रपात में मकर संक्रांति के लगने वाले चार दिन के मेले में रोजाना भीड़ बनी रहती है और लगभग चार दिनों में 3 से 4 लाख लोग मेले में आते हैं जहां कई बार घटनाएं हो चुकी है पुलिस लोगों के आने-जाने वाले व्यक्तियों पर भी ध्यान रख रही है कि भीड़ के कारण जलप्रपात में किसी प्रकार की दुर्घटना घटित ना हो वहीं दूसरी तरफ व्यवस्थित मेले का आयोजन किया जाए जिससे वाहनों की चोरी लूटपाट की घटनाएं महिलाओं के गले से चेन स्नेचिंग और जेबकतरी की घटनाओं को रोका जा सके ऐसे अराजक तत्वों को चिन्हित करने का भी पुलिस द्वारा प्रयास किया जा रहा है।