रीवा कलेक्टर ने झोलाछाप व फर्जी डॉक्टरो के विरुद्ध कार्रवाई करने जांच टीम का किया गठन, दिए बड़ी कार्यवाई करने के निर्देश,
रीवा कलेक्टर ने झोलाछाप व फर्जी डॉक्टरो के विरुद्ध कार्रवाई करने जांच टीम का किया गठन, दिए बड़ी कार्यवाई करने के निर्देश..
मनोज सिंह : विराट वसुंधरा न्यूज़ ब्यूरो रीवा
🛑 रीवा : कलेक्टर रीवा श्री मती प्रतिभा पाल ने झोलाछाप व फर्जी डॉक्टरो के विरुद्ध कार्रवाई करने टीम का गठन कर दिया है, व टीम के अधिकारियो को दिशा निर्देश भी दे दिए गए है,
अब रीवा जिले में कुकुरमुत्ते की तरह फैले झोलाछाप व फर्जी डॉक्टरो की खैर नहीं, जो गलत तरीके से मरीजों का इलाज कर उनकी जान ले लेते है, कई मामले सामने आने के बाद जिला प्रशासन अब हरकत में आ गया है, रीवा कलेक्टर ने पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है, यह टीम जो रीवा जिले में फर्जी डॉक्टरों की जांच और क़ानूनी कार्रवाई करेगी,
गौरतलब हो कि जिले के हर क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर जो फर्जी तरीके से क्लिनिक खोल कर भोली भाली जनता से इलाज के नाम पर उनकी जान के साथ खिलवाड कर रहे है, ये झोलाछाप डॉक्टर जो छोटी से छोटी व बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज करने में पीछे नहीं हटते, जिले में ऐसे कई केश सामने आए हैं, जिसमे झोलाछाप डॉक्टर द्वारा मरीज के मर्ज को बिना जाने समझें उसका आपरेशन तक कर दिया गया, और मरीज कि जान चली गई, जिले के और भी विभिन्न क्षेत्र से कई ऐसे ही मामले सामने आ चुके है,
जिस मामले को जिला प्रशासन ने अब गंभीरता से लिया है, और लोगों कि जिंदगी से खेलने वाले झोलाछाप फर्जी डॉक्टरों पर शिकंजा कसने कि तैयारी में है, कलेक्टर ने जिले में झोलाछाप व फर्जी डॉक्टरों पर बड़ी कार्यवाई किये जाने टीम का गठन किया है,
जांच टीम में इनको किया गया शामिल….
कलेक्टर ने पांच सदस्यीय टीम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, संबंधित ब्लाक के अनुविभागीय अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी और प्रभारी नर्सिंग होम रीवा को शामिल किया गया हैं,
कलेक्टर के आदेश के मुताविक…जिले में अपात्र फर्जी चिकित्सक अन्य प्रदेश में पंजीकृत है लेकिन मप्र में अमान्य चिकित्सा पद्धती, झोलाछाप चिकित्सक जो रोगियों का उपचार अवैध रूप से कर रहे हैं, अधिकांश ऐसे चिकित्सक एलोपैथी पद्धति की औषधियां रोगियों को दे रहे हैं, बिना उपयुक्त ज्ञान के इस प्रकार का उपचार घातक एवं जानलेवा होता है, ऐसे कई प्रकरण सामने आए हैं, बिना पंजीयन के जहां अपात्र फर्जी चिकित्सकों द्वारा गलत दवाइयां, आपरेशन, इंजेक्शन लगाने के कारण रिएक्शन से रोगियों की मृत्यु भी हो गई है, जिले के अंदर अवैध रूप से बिना पंजीयन के चिकित्सा व्यवसाय करने वाले फर्जी चिकित्सकों एवं झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करने के लिए जांच टीम गठित कि गई है।