Satna news:एंबुलेंस मिलती तो बच जाती जान!
Satna news:एंबुलेंस मिलती तो बच जाती जान!
सतना. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विजय आरख से युक्त जांच टीम ने उचेहरा विकासखण्ड के बाबूपुर डोंगरी में घर में प्रसव के बाद मौत के मामले में अभिमत दिया है कि एंबुलेंस समय पर मिलती तो प्रसूता की जान बच सकती थी।
अधिकारी रविवार को गांव में जांच के लिए पहुंचे थे, जहां वर्षा दाहिया (24) पत्नी गुड्डू दाहिया की 7 नवंबर को घर पर ही मौत हो गई थी। जांच में साबित हुआ कि 6 नवंबर की रात 2 बजे प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद सुबह पांच बजे महिला के परिजन ने 108 एंबुलेंस को कॉल किया ,लेकिन एंबुलेंस नही मिली। दोपहर में महिला का घर में ही प्रसव हो गया और इसके बाद हालत बिगड़ने पर परिजन महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, तब तक प्रसूता की मौत हो चुकी थी। जांच टीम ने माना कि अगर एंबुलेंस समय पर पहुंचती तो वर्षा का सुरक्षित संस्थागत प्रसव हो सकता था और उसकी जान बचाई जा सकती थी।
जांच टीम ने माना
जिला समन्वयक 108 एम्बुलेंस को सभी बीएमओ के साथ रेफरल सेवाओं की गुणवत्ता का फीडबैक लिया जाना चाहिए। 108 एम्बुलेंस में किस कारण से लगभग 9-10 घंटे का विलंब हुआ, इस बारे में जवाब तलब किया जाना चाहिए। आशा कार्यकर्ता को ऐसी विलम्ब की परिस्थिति में सीबीएमओ, डीएचओ या सीएमएचओ को अवगत कराना चाहिए था।