रीवा

Gold silver price: रीवा में सोना-चांदी की चमक पड़ी फीकी, गिरावट ने हिला दिया बाजार”

रीवा में सोना-चांदी की चमक पड़ी फीकी, गिरावट ने हिला दिया बाजार”

Gold silver price:  रीवा जिले में इन दिनों सर्राफा बाजार में कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिल रहा है। जिन दुकानों पर हमेशा रौनक हुआ करती थी, वहां अब ग्राहक तो हैं, लेकिन चेहरों पर उलझन साफ झलक रही है। वजह है—सोना और चांदी की कीमतों में आई ऐतिहासिक गिरावट। लंबे समय बाद ऐसा देखने को मिल रहा है कि इन दोनों की चमक एक साथ फीकी पड़ी हो। बाजार में सन्नाटा भले न हो, लेकिन अनिश्चितता का माहौल ज़रूर है।

पिछले कुछ समय में रीवा के सराफा व्यापारियों ने भारी उतार-चढ़ाव देखा है। जहां पहले निवेशकों और ग्राहकों की भीड़ लगी रहती थी, अब वहीं लोग बार-बार पूछ रहे हैं, “और गिरेगा क्या?” इस सवाल ने पूरे व्यापार को असमंजस में डाल दिया है। कुछ दुकानदारों का कहना है कि गिरावट के चलते छोटे निवेशक और शादी-ब्याह की तैयारियों में लगे लोग अब सोने-चांदी की खरीदारी में रुचि ले रहे हैं। लेकिन वे अभी भी पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं कि यही सही समय है या और इंतजार किया जाए।

रीवा जिले में सोने की कीमत क्या है

ग्राम  22k टुडे प्राइस 24k टुडे प्राइस
1 ग्राम ₹8,563.70 ₹9,341.70
10 ग्राम ₹85,637.00 ₹93,417.00
100 ग्राम ₹8,56,370.00 ₹9,34,170.00

रीवा जिले में चांदी की कीमत क्या है

ग्राम  टुडे प्राइस (सिल्वर)
1 ग्राम ₹101.00,
10 ग्राम ₹1010.0,
100 ग्राम ₹10100.0

इस गिरावट ने न सिर्फ व्यापारियों को परेशान किया है, बल्कि उन लोगों को भी उलझन में डाल दिया है जिन्होंने हाल ही में भारी मात्रा में निवेश किया था। रीवा शहर के ही एक स्थानीय निवेशक ने कहा, “जैसे ही खरीदी की, बाजार उल्टा चल पड़ा। अब समझ नहीं आ रहा क्या करें—रुकें या बेच दें।” यही असमंजस इस समय हर गहनों की दुकान से लेकर छोटे-बड़े निवेशकों के मन में बना हुआ है।

रीवा के कई ग्राहक अब इस गिरावट को अवसर के रूप में देख रहे हैं। एक स्थानीय गृहिणी ने कहा, “पहले सोचा था इस बार कुछ नहीं खरीदेंगे, पर अब तो मन बदल गया है। इतना अच्छा मौका बार-बार नहीं आता।” वहीं एक सुनार ने बताया, “पिछले दो-तीन साल में ऐसा मौका बहुत कम देखने को मिला है, लोग आ तो रहे हैं लेकिन सौदे करने में हिचकिचा रहे हैं।”

कुल मिलाकर रीवा में सोना और चांदी की गिरती कीमतें बाजार की धड़कन को तेज कर रही हैं। कुछ के लिए यह खतरे की घंटी है, तो कुछ इसे सुनहरा अवसर मान रहे हैं। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में यह गिरावट थमती है या बाजार को कोई नया मोड़ देती है।

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