श्राद्ध में नहीं बनाये यह भोजन नहीं होगा बड़ा नुकसान।

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श्राद्ध में नहीं बनाये यह भोजन नहीं होगा बड़ा नुकसान।

 

 

सनातन धर्म हिंदुओं का सबसे बड़ा धर्म माना जाता है ऐसे में शास्त्र का ज्ञान बहुत मायने रखता है 29 सितंबर से शुरू हो रहे पीतर पक्ष में बहुत घरों में श्राद्ध पूजा होगी और पितरों का पिंडदान किया जायगा।
ऐसे में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार जमीन के अंदर उगने वाले फल एवं सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए जैसे की मूली,अरबी,गाजर, आलू’ का सेवन नहीं करना चाहिए और ना ही पितरों को इनका भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा हिंदू धर्म में लहसुन और प्याज को भी तामसिक भोजन के रूप में बताया जाता है जिसका सेवन हिंदू धर्म में पाप माना जाता है।

 

*कैसे करें पितरों की पूजा*

 

श्राद्ध पर पूजा करने से कई लाभ मिलते हैं। श्रद्ध की तिथि के दिन सुबह उठकर स्नान करना चाहिए इसके बाद पितरों के पास जाकर साफ सफाई करनी चाहिए स्वच्छ गंगा जल छिड़क कर पितरों को पवित्र करना चाहिए पूजा करने के लिए तांबे के बर्तन का उपयोग करना चाहिए जिसमें गंगाजल गाय का कच्चा दूध और पानी काला तिल इन सब का मिश्रण बनाकर अपने सीधे हाथ से पितरों पर वह मिश्रण धीरे-धीरे अभिषेक करें। इससे घर में सुख शांति बढ़ेगी और घर का क्लेश मिटेगा और पितर खुश होंगे।

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