Mp news, दो धारी तलवार पर रेंगती निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता, भ्रष्ट लोगों द्वारा षड्यंत्र पूर्वक दर्ज कराए जा रहे पत्रकारों पर मुकदमा।

0

Mp news, दो धारी तलवार पर रेंगती निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता, भ्रष्ट लोगों द्वारा षड्यंत्र पूर्वक दर्ज कराए जा रहे पत्रकारों पर मुकदमा।

पत्रकारों को अपराधी बताकर बदनाम करने की रची जा रही साज़िश, मीडिया की आवाज दबाने कर रहे षड्यंत्र।

रीवा: पत्रकार एक ऐसा व्यक्ति होता है जो अपनी लेखनी से मुसीबत में घिरे लोगों के लिए सहारा बनता है जनता की आवाज बनकर शासन प्रशासन तक जनता की आवाज पहुंचाता है मेरा मानना है कि पत्रकारिता एक खास तरह की सोच और विचारधारा है वर्तमान समय में ऐसा दौर चल पड़ा है कि पत्रकारिता अगर सत्ता की भांटगीरी करे तो पत्रकार हैं और अगर सिस्टम को आइना दिखाए तो विपक्षी दल की नीयति वाले पत्रकार घोषित कर दिए जाते हैं अधिकारियों की नाकामी उजागर करे तो ब्लैकमेलर कहकर बदनाम किया जाता है और नेताओं माफियाओं के खिलाफ अगर खबर संकलित करके प्रकाशित करता है तो पुलिस से साठ-गांठ करके किसी भी कूटरचित मामले में मुजरिम बना दिया जाता है खरीदे हुए गवाह बनाई गई झूठी घटना और नेताओं माफियाओं का रुतबा इतना प्रभावशाली होता है कि उनके बिछाए गए जाल में पत्रकार फंस जाता है और पत्रकारों के खिलाफ झूठे केस बनाने और दर्ज करने में पुलिस भी पीछे नहीं हटती क्योंकि पत्रकार से कहीं न कहीं पुलिस भी खबरों को लेकर परेशान रहती है यह बात अलग है कि ऐसे झूठे मामले न्यायालय में औंधे मुंह गिर जाते हैं झूठे मामले दर्ज करवा कर लोगों द्वारा बदनाम भी किया जाता है निष्पक्ष पत्रकार अगर निडर है तो बदनामी झेल कर भी मुसीबतों का सामना करता है और अगर बदनामी और मुश्किलों से घिरकर हार जाता है तो पत्रकार की यह पराजय बुराई की सच्चाई पर विजय की प्रतीक बन जाती है निडरता और निष्पक्ष पत्रकारिता पत्रकार के लिए दो धारी तलवार से कम नहीं है आज के दौर में निष्पक्ष पत्रकारिता और पत्रकार दो धारी तलवार पर रेंगता नजर आ रहा है और हर समय पत्रकार को भ्रष्टाचारियों माफियाओं गुन्डों से जान माल का खतरा बना रहता है यहां यह भी बताना जरूरी है कि हर पत्रकार ईमानदार नहीं है कुछ ऐसे भी लोग हैं जो पत्रकारिता का चोला ओढ़कर अनैतिक कार्य भी करते हैं किसी न किसी व्यापार में होते हैं लेकिन ऐसे लोग अक्सर सत्ता के करीब ही होते हैं और उनकी दुकानदारी खूब चलती है ठीक इसके विपरीत केवल पत्रकारिता से जुड़ा व्यक्ति जो श्रमजीवी पत्रकार है जिसके पास शिवाय पत्रकारिता के कुछ नहीं होता उसको निष्पक्ष पत्रकारिता के चलते विभिन्न आरोपों षडयंत्रों का शिकार होना पड़ता है यहां तक कि माफिया गुंडे भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा नेताओं की शह पर पुलिस में झूठे मामले दर्ज कराकर अपराधी घोषित करने का षड्यंत्र भी किया जाता है आने वाले समय में ऐसे हर पत्रकार की आप बीती हम सबूतों के साथ खबर में दिखाएंगे कि भ्रष्ट लोगों माफियाओं गुंडों और वर्दी को दागदार बनाने वाले पुलिस वालों ने मिलकर मीडिया की आवाज दबाने के लिए कैसे षड्यंत्र पूर्वक मुकदमा दर्ज कराए गए है‌।
यह खबर जो भी पत्रकार देख रहे हैं और जिन पत्रकारों के साथ गलत हुआ है पुलिस ने झूठे मामले दर्ज किए हैं ऐसे पत्रकार सबूतों के साथ हमसे 9826548444 पर संपर्क करें हम उनके साथ हुए अत्याचार की खबर प्रमुखता के साथ दिखाएंगे और गलत करने वालों को बेनकाब करेंगे।

विरोधियों से घिरे पत्रकार महेन्द्र तिवारी।

जब बात पत्रकारों के मान सम्मान और सुरक्षा की आती है तब उनके पक्ष में कोई बोलने वाला नहीं होता क्योंकि पत्रकारों के खिलाफ जो ताकत काम कर रही होती है उसके सामने मुंह खोलना शेर के मुंह में हाथ डालने जैसा होता है इन दिनों मध्यप्रदेश के रीवा जिले के मनगवां निवासी वरिष्ठ पत्रकार महेन्द्र तिवारी सुर्खियों में है इसकी 2 वजह है एक तो यह कि सिस्टम के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं जिसमें छोटी – बड़ी से लेकर नामी गिरामी राजनीतिक हस्तियां बेनकाब हो रही है और दूसरा यह कि पत्रकार महेंद्र तिवारी को विरोधियों द्वारा अपराधी बनाया और बताया जा रहा है हालांकि अपराधी कहने वाले लोग वही हैं लोग हैं जिसके खिलाफ महेंद्र तिवारी ने मोर्चा खोल रखा है।

सोशल मीडिया पर की गई पत्रकार की बदनामी।

मनगवां क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर खबर चलाई गई की महेंद्र तिवारी पत्रकार नव स्वदेश 110 का मुलजिम है व निगरानी शुदा बदमाश है खबर आज की तरफ फैल गई इस खबर को देख पत्रकार महेंद्र तिवारी के होश उड़ गए पहले तो उन्होंने सोचा कि हो सकता है अंदर ही अंदर विरोधियों ने कई झूठे मामले दर्ज करा कर कहीं ऐसा कर तो नहीं दिया है लेकिन उनके मजबूत इरादों ने उनका हौंसला बढ़ाया कि ऐसा नहीं हो सकता तब महेंद्र तिवारी ने थाना मनगवां में पहुंचकर थाना प्रभारी को सिकायती पत्र सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है पत्रकार महेंद्र तिवारी ने कहा है की इस तरह की खबर से मुझे मानसिक तनाव हुआ है और मुझे समाज में बदनाम करने की कोशिश की गई है ऐसी भ्रामक खबर फैलाने लोगों की विरुद्ध उन्होंने मामला दर्ज किए जाने किये जाने की मांग की है।

- Advertisement -

Leave A Reply

Your email address will not be published.