MP news, वन्यजीव एवं वन संरक्षण में मीडिया की भूमिका पर मध्यप्रदेश मीडिया संघ की कार्यशाला बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ताला में हुई संपन्न।
MP news, वन्यजीव एवं वन संरक्षण में मीडिया की भूमिका पर मध्यप्रदेश मीडिया संघ की कार्यशाला बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ताला में हुई संपन्न।
👉 वन्यप्राणीयो की भ्रामक फोटो वीडियो सोशलमीडिया में शेयर करना गलत- मुख्य वन संरक्षक अजय पांडे
👉 मध्यप्रदेश मीडिया संघ के लगातार चौथी बार अध्यक्ष बने मनीष शुक्ला
👉 गलत भ्रामक खबर से वन्य जीव को खतरा- पी के वर्मा
👉 शहडोल जिले से सीपी जायसवाल उमरिया से केजी पांडे अनूपपुर से मुकेश अग्रवाल जिला अध्यक्ष हुए चयनित।
शहडोल । मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में वन प्राणियों के आगमन को लेकर पूरा संभाग चिंतित है और क्षेत्र में तरह-तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही है। जिससे मानव जीवन और वन प्राणियों के जीवन पर खतरा मंडराने लगा है। इस विषय पर पूरा विभाग चिंता कर रहा है। ऐसी स्थिति में मीडिया की भूमिका अहम मानी जा रही है। इस परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश मीडिया संघ संभाग शहडोल ने विभाग के साथ मिलकर वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण में मीडिया की भूमिका को लेकर संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य वन संरक्षक वृत्त शहडोल अजय पांडे, उप संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पी के वर्मा , विवेक सिंह डीएफओ उमरिया और मध्यप्रदेश मीडिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष जयवंत ठाकरे एवं शहडोल उमरिया अनूपपुर जिले के सम्मानित पत्रकारो की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ट्रेनिंग सेंटर में 3 बजे से कार्यशाला का शुभारंभ हुआ इस दौरान मुख्य वन संरक्षक अजय पांडे, बांधवगढ टाइगर रिजर्व उप संचालक पी के वर्मा, डीएफओ विवेक सिंह, मध्यप्रदेश मीडिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष जयवंत ठाकरे मध्यप्रदेश मीडिया संघ के संभागीय संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोकीनाथ गर्ग , मध्यप्रदेश मीडिया संघ शहडोल संभाग के अध्यक्ष मनीष शुक्ला के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया, इस दौरान मंच संचालन के अपने अद्भुत प्रदर्शन के द्वारा मध्यप्रदेश मीडिया संघ के संभागीय सचिव डॉ पंकज शर्मा के द्वारा अपने अद्भुत उद्बोधन और प्रखर भाषण के माध्यम से कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं पत्रकारों का दिल जीत लिया।
शहडोल संभाग में तीन जिले के अध्यक्ष का हुआ चयन
कार्यशाला के दौरान मध्यप्रदेश मीडिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष जयवंत ठाकरे के निर्देशन में संभाग अध्यक्ष मनीष शुक्ला के द्वारा सर्वसम्मति से संगठन विस्तार हेतु शहडोल, उमरिया, अनूपपुर के जिला अध्यक्ष का नाम प्रस्तावित कर घोषणा हेतु मध्यप्रदेश मीडिया संघ के संभागीय संरक्षक त्रिलोकीनाथ गर्ग के द्वारा नाम की घोषणा हेतु प्रस्तावित किया गया।
वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोकीनाथ गर्ग ने सर्व सम्मति से निर्णय कर मध्यप्रदेश मीडिया संघ के प्रस्ताव पर लगातार चौथी बार मनीष शुक्ला को शहडोल संभाग के संभागीय अध्यक्ष की नियुक्त की घोषणा किये और उमरिया जिले से जिला अध्यक्ष के रूप में केजी पांडे , अनूपपुर जिले से मुकेश अग्रवाल और शहडोल जिले से सी पी जायसवाल को जिला अध्यक्ष के रूप में चयनित किया गया। उक्त आदेश जयवंत ठाकरे प्रदेश अध्यक्ष के अनुमोदन उपरांत जारी किया गया। कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों एवं पत्रकार बंधुओ ने करतल ध्वनि से संभागीय अध्यक्ष शहडोल एवं शहडोल, उमरिया और अनूपपुर तीनों जिला अध्यक्ष का स्वागत किया और बधाइयां प्रेषित की।
पत्रकार कार्यशाला में मुख्य अतिथि ने वन और वन प्राणियों की सुरक्षा को लेकर मीडिया की भूमिका को अहम बताया और अपना उद्बोधन प्रस्तुत किया मुख्य वन संरक्षक अजय पांडे ने वन्य जीव एवं वन संरक्षण को लेकर मीडिया की भूमिका को सर्वोपरी बताया।मीडिया की प्रशंसा में उन्होंने चौथे स्तंभ का दर्जा देते हुए बताया कि मीडिया एक ऐसी जरिया, माध्यम है जो कि हर घटना को समय पर सभी विभाग को और आम जनमानस को अवगत कराता है। जिन्हें हम देरी से जान पाते हैं ऐसी परिस्थितियों में मीडिया एक फैक्टर के रूप में कार्य करता है मीडिया से अपील करते हुए मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि आप सबको किसी भी घटना को लेकर धैर्य रखने की आवश्यकता है क्योंकि आपकी लिखी गई खबर से विभाग तो विभाग है आम जनता पर भी इसका विपरीत असर पड़ सकता है ऐसी स्थितियों में जब कोई भी खबर आपके द्वारा लिखी जाए तो धैयपूर्वक मामले को जांच परख करते हुए लिखना आवश्यक है। दूसरी बात वन प्राणियों की सुरक्षा भी एक अहम मुद्दा होता है कभी कभी कुछ पत्रकारों के द्वारा कैमरा से वन प्राणियों और घटना की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से संचार कर दी जाती है इससे वन प्राणियों के जीवन में खतरा मडराने लगता हैं।पत्रकार का आशय यह नहीं है कि वन प्राणियों के जीवन में कोई खतरा आए लेकिन इस बात का शिकारी फायदा उठाकर वन प्राणियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं ऐसी स्थिति में मीडिया की भूमिका अहम मानी जा रही है कार्यशाला के दौरान सीसीएफ अजय पांडे ने सभी मीडिया से अपील किया की सत्य घटनाओं के आधार पर ही खबरें प्रकाशित करें और जब तक किसी घटना की सही जानकारी प्राप्त न हो जाए तब तक कोई भी खबरें प्रकाशित न करें।
कार्यशाला के दौरान डीएफओ विवेक सिंह ने अपना उद्बोधन मीडिया के साथ साझा किया उन्होंने मीडिया पर तंज करते हुए कहा कि “अश्वत्थामा मारा गया है” ऐसी खबरों से दूर रहे क्योंकि आपके द्वारा लिखी गई खबर का सीधे जनमानस पर असर होता है ऐसी स्थितियों में सत्य परख और फैक्ट खबरें ही छापना मीडिया का धर्म हो जाता है क्योंकि जनता से सीधे जुड़े रहने के कारण जनता का विश्वास मीडिया पर अटूट है ऐसी स्थिति में खबरे के बारे में सत्य परख करके ही खबरें छापना मीडिया का धर्म हो जाता है कार्यशाला पर बताते हुए विवेक सिंह ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश मीडिया संघ के सभी पत्रकार पदाधिकारी का स्वागत करता हूं और बधाई देता हूं कि इस महत्वपूर्ण विषय पर उन्होंने एक बड़ी पहल की है जहां पर मीडिया का सहयोग वन विभाग के साथ आवश्यक हो गया है क्योंकि जिस प्रकार से वन प्राणियों का शहडोल संभाग में आगमन हो रहा है ऐसी स्थिति में मीडिया एवं विभाग का सहयोग करके वन प्राणियों के साथ रक्षा कर सकती है उन्होंने मध्यप्रदेश मीडिया संघ के सभी पदाधिकारी का एवं संभागीय अध्यक्ष मनीष शुक्ला का आभार भी व्यक्त किया।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पी के वर्मा ने सभी मीडिया बंधुओ से अपील करते हुए कहा कि वन प्राणियों के सुरक्षा को लेकर वन विभाग अत्यंत गंभीर है और आप पत्रकारों के सहयोग से हम इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं उन्होंने बताया कि 100 वर्ष पूर्व शहडोल संभाग वन संपदा से परीपूर्ण था और हाथियों एवं बाघों का महत्वपूर्ण स्थान था कुछ कारण हाथियों का निर्गमन क्षेत्र से हो गया था ।आज हाथियों का आगमन कोई नई बात नहीं है हाथियों का आना हमारे जिले के लिए सौभाग्य की बात है क्योंकि हाथी हमारे क्षेत्र में पूर्व से ही रह रहे थे और हमारे पूर्वज भी इन्हीं हाथियों और बाघों के साथ अपना जीवन व्यतीत किए हैं ऐसे में हमें डरने की आवश्यकता नहीं है बल्कि वन प्राणियों के साथ रहने की कला सीखने की आवश्यकता है इस कला के माध्यम से वन प्राणियों की सुरक्षा हर एक मानव जीवन की आवश्यकता है उन्हें नुकसान पहुंचाना यानी कि अपने पूर्वजों की धरोहर को नुकसान पहुंचाने जैसा है।
वन प्राणियों की और उनकी सुरक्षा के लिए उन्होंने बताया कि वन विभाग लगातार हाथियों की सुरक्षा के लिए चिंतित है हाल ही में हुए 11 हाथियों की मौत से पूरा विभाग सदमे में आ गया था ।वन विभाग अपने वन प्राणियों की रक्षा नहीं कर सका इससे सभी में प्रायश्चित की भावना बनी हुई है और आगे कोई ऐसी घटना ना हो जाए इसके लिए तरह-तरह की प्रयास कर रही है हमारे द्वारा वन विभाग के कर्मचारियों की देश विदेश से ट्रेनिंग कराई जा रही है वन प्राणियों को कैसे सुरक्षा पहुंचाया जा सके एवं मानव से कैसे बचाया जा सके कुल मिलाकर मानव और वन प्राणियों के बीच तालमेल कैसे बनाया जाए इसकी कार्यशाला आयोजित की जा रही है लगातार वन विभाग वन कर्मियों को प्रशिक्षण दे रही है लेकिन इसके बावजूद भी मेरा ऐसा मानना है कि वन प्राणियों की सुरक्षा में मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है आजकल कुछ मीडिया टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में गलत खबरें प्रकाशित कर आम जनमानस को भ्रमित करते हैं ऐसी खबरों से बचना एवं सत्य परख खबरें प्रकाशित करना ही मीडिया का धर्म होना चाहिए वन विभाग लगातार अपनी ओर से पूरी प्रयास कर रही है और आपके इस पहल से हम ज्यादा प्रभावित हुए हैं अपने आप पर कॉन्फिडेंस महसूस कर रहे हैं और हम सब मिलकर आने वाली इस विकट परिस्थिति का सामना करेंगे ऐसी आशा है।
मध्यप्रदेश मीडिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष जयवंत ठाकरे ने अपने उद्बोधन में बताया की वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को वन प्राणियों और वन की सुरक्षा में कार्य करना पहली प्राथमिकता है कार्यक्रम में मध्यप्रदेश मीडिया संघ शहडोल संभाग के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोकीनाथ गर्ग ने कहा की वन प्राणी और वन की सुरक्षा को लेकर मध्यप्रदेश मीडिया संघ ने पत्रकार कार्यशाला आयोजित कर प्रशासन और जनता को जगाने का प्रयास किए हैं, उन्होंने कहा की किसी न किसी विषय को लेकर किसी गंभीर मुद्दे को लेकर पत्रकार संगठन को पत्रकार कार्यशाला का आयोजन करना चाहिए।
पत्रकार कार्यशाला में प्रमुख रुप से सभी अतिथि और शहडोल उमरिया अनूपपुर जिले के सम्मानित पत्रकार मौजूद रहे.
कार्यक्रम के समापन में मध्यप्रदेश मीडिया संघ शहडोल के संभागीय अध्यक्ष कार्यक्रम संयोजक मनीष शुक्ला ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों एवं शहडोल उमरिया अनूपपुर जिले के सभी सम्मानित पत्रकारो का सम्मान करते हुए सभी का आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किया .