MP News, विंध्य क्षेत्र को नई mp सरकार में मिल सकता है उप मुख्यमंत्री पद जानिए कौन है दावेदार।
विंध्य क्षेत्र को नई mp सरकार में मिल सकता है उप मुख्यमंत्री पद जानिए कौन है दावेदार।
विंध्य क्षेत्र में एक बार फिर कांग्रेस का सूपड़ा साफ भाजपा के दिग्गज हारे कांग्रेस के दिग्गजों की हुई वापसी।
विराट वसुंधरा
मध्यप्रदेश में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस पार्टी को करारी शिकस्त देकर कांग्रेस के राजनीतिक समीक्षकों और समीकरणों को ध्वस्त कर दिया है वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा कांग्रेस के मुकाबले पिछड़ गई थी और कांग्रेस में हुई बगावत के बाद 15 महीने की कमलनाथ सरकार गिर गई और फिर चौथी बार शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी 2023 के विधानसभा चुनाव से 6 माह पहले तक कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार की एंटी इनकंबेंसी के सहारे और महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव मैदान में उतरी लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल के आखिरी 6 महीने में लाडली बहना योजना सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के सहारे संपूर्ण मध्यप्रदेश की जनता को साधने में कामयाब रहे और बंपर जीत दर्ज कर न सिर्फ खुद को मध्यप्रदेश का सर्वमान्य नेता साबित किया बल्कि कांग्रेस पार्टी को पराजय की गहरी खाई में धकेल दिया। आने वाले कई वर्षों तक मध्य प्रदेश की राजनीति में शायद ही कोई शिवराज सिंह चौहान को भूल पाएगा क्योंकि राजनीति के सबसे माहिर खिलाड़ी शिवराज सिंह चौहान ने आखिरी गेंद में फ्रंट फुट पर खेलते हुए शानदार छक्का लगाया है 230 विधानसभा सीटों में 163 सीटों पर शानदार विजय हासिल की तों वहीं विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस के दिग्गजों अजय सिंह राहुल और डॉ राजेन्द्र कुमार सिंह की वापसी हुई और भाजपा के सतना सांसद गणेश सिंह मंत्री रामखेलावन पटेल पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल सिहावल से पराजित हुए हैं।
विंध्य में कांग्रेस का एक बार फिर सूपड़ा साफ।
2018 के विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र की 30 सीटों में कांग्रेस महज छह सीटें जीतने में ही कामयाब हो पाई थी और 24 सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था कमोवेश 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वही परिणाम दोहराया है यह बात अलग है कि रीवा में कांग्रेस पार्टी ने अपना खाता खोलने में कामयाबी हासिल कर संघर्षपूर्ण मुकाबले में सेमरिया विधानसभा सीट जीती है तो वहीं विंध्य क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल इस बार चुरहट विधानसभा सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे लेकिन दूसरे कद्दवर नेता कमलेश्वर पटेल पराजित हुए भाजपा सरकार के मंत्री रामखेलावन पटेल अमरपाटन और सतना सांसद गणेश सिंह सतना विधानसभा सीट से पराजित हुए तो वहीं कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता डा राजेंद्र कुमार सिंह अमरपाटन और सिद्धार्थ कुशवाहा सतना से विजय हाशिल कर भाजपा के दिग्गजों गणेश सिंह और रामखेलावन पटेल को परास्त किया है इसके साथ ही भाजपा के बागी नेताओं सीधी से केदारनाथ शुक्ला और मैहर से नारायण त्रिपाठी को जनता ने नकार दिया वहां सीधी से भाजपा के सांसद रीति पाठक और मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी ने चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल किया कुल मिलाकर कद्दावर नेताओं के परिणाम में भारी उलटफेर हुए वावजूद इसके कांग्रेस पार्टी का विंध्य क्षेत्र में सूपड़ा साफ हो गया।
विंध्य क्षेत्र के विकास पुरुष मंत्री राजेंद्र शुक्ल का बढ़ा कद।
विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता विकास पुरुष के नाम से मशहूर मंत्री राजेन्द्र शुक्ल रीवा विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार चुनाव जीतने के साथ ही अपने राजनीति कौशल और कराए गई विकास कार्यों के दम पर रीवा ही नहीं संपूर्ण विंध्य क्षेत्र में लोकप्रियता बनाए हुए है मध्य प्रदेश सरकार के बीते कार्यकाल के आखिरी महीने में उन्हें मंत्री बनाया गया था जबकि विंध्य क्षेत्र से 30 में 24 सीटें भाजपा की रही है इस बार भी कुछ उलटफेर के साथ वही परिणाम भाजपा ने दोहराया है स्टार प्रचारक के तौर पर राजेंद्र शुक्ल ने विंध्य क्षेत्र की कई सीटों पर प्रचार किए थे और स्वयं अपने रीवा विधानसभा सीट पर सबसे कम समय दिया यहां तक कि जनसभाओं के अलावा राजेंद्र शुक्ल ने समय अभाव के चलते अपने रीवा विधानसभा क्षेत्र में कहीं भी डोर टू डोर जनसंपर्क नहीं किए वावजूद इसके राजेन्द्र शुक्ल पांचवी बार भारी मतों से चुनाव जीतकर अपना जलवा बरकरार रखा।
मध्यप्रदेश की नई सरकार में विंध्य क्षेत्र को मिलेगा उप मुख्यमंत्री पद।
मध्य प्रदेश की राजनीति में विंध्य क्षेत्र एक जमाने में कांग्रेस पार्टी का गढ़ हुआ करता था लेकिन अब विंध्य क्षेत्र भाजपा का अभेद्य किला बन चुका है। 30 सीटों में 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 24 सीटों पर जीत हासिल की थी और अब 2023 के विधानसभा चुनाव में कुछ उलटफेर के साथ
लगातार दूसरी बार 30 में 24 का आंकड़ा बना हुआ है भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत के पीछे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजेंद्र शुक्ल का योगदान है इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता सिंचाई परियोजना बिजली पानी सड़क उद्योग सभी क्षेत्रों विंध्य क्षेत्र ने विकास के नए आयाम को स्थापित किया है ऐसे में यह माना जा रहा है और आने वाली भाजपा की नई सरकार में विंध्य क्षेत्र के विकास पुरुष मंत्री राजेंद्र का कद और बढ़ सकता है अगर नई सरकार के गठन में उप मुख्यमंत्री बनाए जाते हैं तो राजेंद्र शुक्ल एक नाम हो सकता है।
विंध्य क्षेत्र की सेमरिया विधानसभा सीट रही सबसे हॉट।
वैसे तो विंध्य क्षेत्र की कई सीटें हॉट बनी हुई थी लेकिन उन सभी सीटों पर नहीं बल्कि रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा सीट सबसे हॉट सीट थी इसकी वजह थी कि यहां भाजपा से केपी त्रिपाठी और कांग्रेस पार्टी से अभय मिश्रा प्रत्यासी रहे हैं नाटकीय ढंग से कांग्रेस से भाजपा और भाजपा से कांग्रेस पार्टी में शामिल होने और फिर कांग्रेस की टिकट लाकर अभय मिश्रा राजनीतिक गलियारे में सबसे चर्चित चेहरे के रूप में रहे सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस भाजपा और बसपा का त्रिकोणीय मुकाबला रहा जहां कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अभय मिश्रा ने कांटे के मुकाबले में भाजपा के केपी त्रिपाठी को शिकस्त देने में कामयाब रहे सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कांग्रेस की लड़ाई से अधिक केपी त्रिपाठी और अभय मिश्रा की लड़ाई देखी जाने लगी यहां विकास और अन्य मुद्दे नगन्य होकर रह गए पूरी लड़ाई धनबल बाहुबल छल कपट तक सिमट गई धनबल और षड्यंत्रों के कुचक्र में केपी त्रिपाठी कांग्रेस के अभय मिश्रा से काफी पिछड़ गए और अंततः भाग्य ने अभय मिश्रा का साथ दिया।
विंध्य क्षेत्र की सभी सीटों पर चुनाव परिणाम।
रीवा- राजेंद्र शुक्ला (भाजपा)
सिरमौर- दिव्यराज सिंह (भाजपा)
सेमरिया- अभय मिश्रा (कांग्रेस)
त्योंथर – सिद्धार्थ तिवारी (भाजपा)
मऊगंज – प्रदीप पटेल (भाजपा)
देवतालाब – गिरीश गौतम (भाजपा)
मनगवां – इंजी नरेंद्र प्रजापति (भाजपा)
गुढ़- नगेंद्र सिंह (भाजपा)
सतना
सतना – सिद्धार्थ कुशवाहा -डब्बू (कांग्रेस)
चित्रकूट – सुरेंद्र सिंह। (भाजपा)
रैगांव- प्रतिमा बागरी (भाजपा)
नागौद – नगेंद्र सिंह (भाजपा)
मैहर- श्रीकांत चतुर्वेदी (भाजपा)
अमरपाटन- डॉ राजेंद्र कुमार सिंह (कांग्रेस)
रामपुर- बघेलान विक्रम सिंह (भाजपा)
सीधी
सीधी – रीती पाठक (भाजपा)
चुरहट – अजय सिंह राहुल (कांग्रेस)
सिंहावल- विश्वामित्र पाठक (भाजपा)
धौहनी – कुवर सिंह टेकराम (भाजपा)
सिंगरौली
सिंगरैली- रामनिवास शाह (भाजपा)
चितरंगी – राधा सिंह (भाजपा)
देवसर – राजेंद्र मेश्राम (भाजपा)
शहडोल
ब्योहारी – शरद गुजलाल कोल (भाजपा)
जयसिंह नगर- मनीषा सिंह (भाजपा)
जैतपुर- जयसिंह मरावी (भाजपा)
अनूपपुर
अनूपपुर- बिसाहूलाल सिंह (भाजपा)
कोतमा- दिलीप जैसवाल (भाजपा)
पुष्पराजगढ़ – फुंदेलाल मार्को (कांग्रेस)