BJP President Election: बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव कब होगा, क्या है चयन प्रक्रिया और प्रमुख दावेदार?

बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव कब होगा, क्या है चयन प्रक्रिया और प्रमुख दावेदार?
BJP President Election: भारतीय जनता पार्टी (BJP) में नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है, जिससे नए अध्यक्ष का चुनाव अनिवार्य हो गया है। बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पार्टी के आंतरिक नियमों के तहत होती है, जिसमें सबसे पहले चुनाव की घोषणा की जाती है, और पार्टी कार्यकर्ता या निर्वाचित प्रतिनिधि उम्मीदवारों के नामांकन करते हैं। इसके बाद, चुनाव प्रक्रिया के तहत मतदान होता है और अंत में नया अध्यक्ष चुना जाता है। इस समय योगी आदित्यनाथ, जितेंद्र सिंह, और धर्मेंद्र प्रधान जैसे नेताओं के नाम प्रमुख दावेदारों के रूप में उभर रहे हैं। हालांकि, पार्टी नेतृत्व अभी तक अंतिम निर्णय लेने में समय ले सकता है। बीजेपी के इस महत्वपूर्ण चुनाव को लेकर पूरे देश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। 21-23 मार्च को बंगलूर में होने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के बाद इस प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना है। अभी तक भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन संगठनात्मक तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
क्या है चयन की प्रक्रिया?
बीजेपी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन एक निर्वाचन प्रक्रिया के जरिए होता है, जिसमें एक निर्वाचक मंडल (Electoral College) शामिल होता है। यह मंडल पार्टी के विभिन्न स्तरों के प्रतिनिधियों से बनता है। प्रक्रिया इस प्रकार है:
चुनाव (यदि आवश्यक हो): अगर एक से अधिक उम्मीदवार होते हैं और नामांकन वापसी की तारीख के बाद भी प्रतिस्पर्धा रहती है, तो सभी राज्य की राजधानियों में मतदान होता है। मतपेटियां दिल्ली लाई जाती हैं और मतगणना के बाद विजेता की घोषणा होती है। हालांकि, बीजेपी में परंपरा रही है कि सहमति से एक उम्मीदवार चुना जाता है, और वास्तविक चुनाव की नौबत कम ही आती है।
अधिकतम कार्यकाल: संविधान के 2012 के संशोधन के बाद, एक अध्यक्ष लगातार दो कार्यकाल (प्रत्येक 3 साल का) तक पद पर रह सकता है।
संगठनात्मक चुनाव: सबसे पहले बूथ, मंडल और जिला स्तर पर चुनाव होते हैं, जो राज्य स्तर तक पहुंचते हैं। आधे से अधिक राज्यों में ये चुनाव पूरे होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव शुरू होता है।
नामांकन: उम्मीदवार नामांकन दाखिल करते हैं। आमतौर पर एक सहमति से चुना गया उम्मीदवार ही नामांकन भरता है, जिसे बाद में निर्विरोध “चुन लिया” जाता है।
कौन हैं प्रबल दावेदार?
भूपेंद्र यादव: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री। संगठन में उनकी सक्रियता और नीति-निर्माण में योगदान उन्हें दावेदारी में लाता है।
धर्मेंद्र प्रधान: केंद्रीय शिक्षा मंत्री। ओडिशा से आने वाले इस नेता की संगठन और चुनावी रणनीति में मजबूत पकड़ है। फिलहाल बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए कई नाम चर्चा में हैं। इनमें से कुछ प्रमुख दावेदारों की सूची इस प्रकार है:
मनोहर लाल खट्टर: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री। उनकी संगठनात्मक क्षमता और RSS से नजदीकी उन्हें मजबूत दावेदार बनाती है।
शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री। लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने और जनाधार के कारण उनका नाम प्रमुख है।
इसके अलावा, कुछ अन्य नाम जैसे south india से दग्गुबाती पुरंदेश्वरी (Andhra Pradesh) और वनाथि श्रीनिवासन (तमिलनाडु) भी चर्चा में हैं, क्योंकि बीजेपी दक्षिण में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। हालांकि, ये नाम अभी अनौपचारिक चर्चाओं तक सीमित हैं।
CEC करेगा आखिरी फैसला
BJP President का चुनाव संगठनात्मक चुनावों के पूरा होने पर निर्भर करते हुए मार्च-अप्रैल 2025 तक होने की संभावना है। चयन प्रक्रिया में सर्वसम्मति पर जोर दिया जाता है, लेकिन औपचारिक चुनावों का प्रावधान भी मौजूद है। खट्टर, चौहान, यादव और प्रधान जैसे नाम दावेदारों में शामिल हैं, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) और आरएसएस के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा।