मनुष्य के जीवन में इन कहावतों का बड़ा महत्व है,,,

मनुष्य के जीवन में इन बातों का बड़ा महत्व है,,
कहावतें ऐसी होती हैं जो मनुष्य के जीवन, कामकाज, व्यवहार पर आधारित होती हैं कहावतें मुहावरे आम तौर पर पुराने लोगों द्वारा कहे जाते थे और अब धीरे-धीरे इसका चलन भी विलुप्त होता जा रहा है भारत देश के मध्य प्रदेश खासकर विंध्य क्षेत्र में जिन कहावतों को बड़ी सरलता के साथ कहा जाता है उन कहावतें से न सिर्फ सामान्य ज्ञान का बोध होता है बल्कि मनोरंजन के भाव का भी समावेश होता है तो आइए हम आपको उन कहावतों को बताते हैं जो सोशल मीडिया में अब कभी कभार देखने को मिलता है सोशल मीडिया से प्राप्त कहावतें इस प्रकार हैं,,,
“ससुराल में साली का, बाग में माली का , होठों में लाली का, पुलिस में गाली का , मकान में नाली का, कान में बाली का, पूजा में थाली का, खुशी में ताली का”
———– बड़ा महत्व है।
“फलों में आम का, भगवान में राम का , मयखाने में जाम का, फैक्ट्री में काम का, सुर्खियों में नाम का, बाजार में दाम का, मोहब्बत में शाम का”
———- बड़ा महत्व है।
“व्यापार में घाटा का, लड़ाई में चांटा का, रईसों में टाटा का
जूतों में बाटा का, रसोई में आटा का”
——— बड़ा महत्व है।
“फिल्म में गाने का ,झगड़े में थाने का, प्यार में पाने का
अंधों में काने का, परिंदों में दाने का”
——- बड़ा महत्व है।
“जिंदगी में मोहब्बत का, परिवार में इज्ज़त का
तरक्की में किस्मत का , दीवानो में हसरत का”
——— बड़ा महत्व है।
“पंछियों में बसेरे का, दुनिया में सवेरे का , डगर में उजेरे का, शादी में फेरे का”
——— बड़ा महत्व है।
“खेलों में क्रिकेट का, विमानों में जेट का , शरीर में पेट का
दुरसंचार में नेट का”
——– बड़ा महत्व है।
“खेत में फसल का, तालाब में कमल का, उधार में असल का , मिठाई में रसगुल्ले का”
——- बड़ा महत्व है।
“ससुराल में जमाई का , परदेश में कमाई का, दूध में मलाई का”
——- बड़ा महत्व है।
“बंदुक में गोली का, पूजा में रोली का , समाज में बोली का
त्योहारों में होली का, श्रंगार में रोली का”
——- बड़ा महत्व है।
“बारात में दुल्हे का , रसोई में चूल्हे का, रिस्ते में साली का
——- बड़ा महत्व है”
“सब्जियों में आलू का, बिहार में लालू का, मशाले में बालू का , जंगल में भालू का, बोलने में ताली का”
——- बड़ा महत्व है।
“मौसम में सावन का, घर में ऑंगन का, दुआ में दामन का
लंका में रावण का”
——- बड़ा महत्व है।
“माँ की गोदी का, खानदान में बाप का, सिलाई में नाप का”
——- बड़ा महत्व है।