Rewa news, रीवा कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने विभिन्न खरीदी केन्द्रों का किया निरीक्षण।

Rewa news, रीवा कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने विभिन्न खरीदी केन्द्रों का किया निरीक्षण।
रीवा जिला कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने खरीदी केंद्रों पर विशेष निरीक्षण अभियान चलाकर किसानों का अनाज सुविधायुक्त ढंग से खरीदा जा सके इसके लिए अधिकारियों की टीम खरीदी केन्द्रों में जांच पड़ताल करने पहुंच रही है कलेक्टर रीवा का अधिकारियों को सख्त निर्देश है कि मौके पर जाकर देखें और जो भी कमियां है उसका निराकरण करें जिला प्रशासन के निर्देश का पालन करते हुए आज दिनांक 15 मई 2024 को सुबह 9:00 बजे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मनगवां प्रभाशंकर त्रिपाठी द्वारा राजस्व अमले दल के साथ खरीदी केन्द्र लोरी गढ़, बास, हिनौती आदि केन्द्रों का निरीक्षण किया गया निरीक्षण दौरान जो भी त्रुटियां सामने आई तुरंत मौका स्थल पर निर्देश दिए और कमियों को दुरस्त करने का आदेश दिया गया श्री त्रिपाठी द्वारा खरीदी केंद्र पर बारदाने की कमी भी देखी गई और संबंधित अधिकारियों को बारदाने की पूर्ति हेतु सख़्त निर्देश दिए गए वहीं दूसरी तरफ उठाव एजेंसी द्वारा जिन खरीदी केन्द्रों में उठाव नहीं हो पा रहा है उठाव का भी आदेश दिया गया समिति में संबंधित कर्मचारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानियां न हो सुविधा युक्त ढंग से उनके अनाज की खरीदी करें बारदाने की कमी आने से खरीदी केंद्रों पर काफी भीड़ एकत्रित हो रही है और बारदाने की पूर्ति नहीं हो पा रही है वहीं दूसरी तरफ खरीदी केदो में वजन और किसानो की समस्याएं उपस्थित किसानों से चर्चा दौरान सुनी गई जहां अधिकांश केन्द्रों में किसानों ने संतोषप्रद उत्तर दिया साथ ही खरीदी केंद्रों में ज्यादा से ज्यादा किसानों के आनाज खरीदे जाएं कोई भी किसान बिक्री से वंचित न हो पाए और यदि खरीदी केंद्रों पर एक भी बिचौलिए दिखते हैं तो उन्हें चिन्हित किया जाए ऐसा निर्देश एसडीएम ने खरीदी केन्द्रों के अधिकारियों और कर्मचारियों को दिया है।
बता दें कि जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जिले में खरीदी केंद्रों में सुदृढ़ व्यवस्था और खरीदी केंद्रों पर बारदाने की कमी को देखते हुए चिंता व्यक्त करते हुए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का निर्देश दिया है तो वही इस वर्ष गेहूं की खरीदी कम होने का प्रमुख कारण बाजार और खरीदी केंद्रों में डेढ़ सौ रुपए का अंतर है₹2400 प्रति कुंटल खरीदी केंद्रों पर क्रय किया जा रहा है वहीं निजी व्यापारियों द्वारा 2250 से लेकर 2300 रुपए प्रति कुंटल गेहूं खरीदा जा रहा है जिसमें किसानों को परेशानी और ट्रैक्टर भाड़े की बचत हो जाती है जिसे अपना अनाज व्यापारियों के हाथ बिक्री कर रहे हैं इससे भी खरीदी प्रभावित हो रही है वहीं दूसरी तरफ से यदि बाजार और खरीदी केंद्र में काफी अंतर रहता है तो व्यापारी भी अनाज खरीद कर किसानों के नाम बिक्री कर देते हैं।
इस वर्ष अंतर कम होने के कारण व्यापारी किसानों के नाम गेहूं की बिक्री नहीं कर रहे केवल मसूर और सरसों की बिक्री समितियां में व्यापारियों के द्वारा की जा रही है किंतु सरकार के सतत निरीक्षण के बावजूद भी ऐसे बिचौलिए पकड़े नहीं जा रहे हैं यदि ऐसे बिचौलिए चिन्हित कर पकड़े जाते हैं तो इनके ऊपर कठोर कार्रवाई होगी क्योंकि शासन के मंशा अनुसार शासन की राशि पात्र किसानों तक पहुंचे बिचौलियों तक नहीं और किसान किसी भी मंडी में अपना अनाज बेचते हैं तो शासन के फायदे की राशि उन्हें प्राप्त हो सके इस वर्ष गेहूं और चना की खरीदी काफी प्रभावित हो रही है इसका प्रमुख कारण की बाजार और खरीदी केंद्र में दाम में काफी कम अंतर का होना है।