Rewa news- अव्यवस्थाओं के बीच शुरू हुआ क्योंटी का एतिहासिक और पारंपरिक मकर संक्रांति मेला।
Rewa news- अव्यवस्थाओं के बीच शुरू हुआ क्योंटी का एतिहासिक और पारंपरिक मकर संक्रांति मेला।
रीवा जिले के मनगवां विधानसभा क्षेत्र के एतिहासिक स्थल क्योटी जलप्रपात स्थित किला में सैकड़ों वर्षों से लगातार लगने वाला मकर संक्रांति मेला आज से शुरू हो गया है जो चार दिनों तक चलेगा इस मेले में लाखों लोग पहुंचते हैं और मेले में खरीददारी करने के साथ ही पर्यटक स्थल का आनंद लेते हैं इसके साथ ही भैरव मंदिर में आशिर्वाद प्राप्त कर अपने खुशहाल जीवन की कामना करते हैं मेले में सैकड़ों व्यापारी अपनी दुकान लगाकर व्यापार करते हैं और प्रतिदिन हजारों हजार की जनता मेला में पहुंचकर मकर संक्रांति मेले का लुत्फ उठाते हैं यहां पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था भी उस हिसाब से की जाती है और पुलिस की दो दर्जन से अधिक संख्या बल मेले में सुरक्षा व्यवस्था पर तैनात रहती है लेकिन व्यवस्था के नाम पर यहां पानी बिजली और अन्य व्यवस्थाओं में अभाव देखा जाता है आज से शुरू हुए मकर संक्रांति के मेले में सबसे मूलभूत सुविधाओं का अभाव देखा गया है।
पानी बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की नहीं है व्यवस्था।
चार दिनों तक क्योंटी जलप्रपात में लगने वाले मकर संक्रांति मेले में प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं और पानी बिजली फायर ब्रिगेड जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने की जिम्मेवारी होती है लेकिन क्योंटी में ऐसा अभी देखने को नहीं मिला है बीते दिनों से ही व्यापारियों द्वारा दुकान सजाई जा रही थी पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के लिए 25 संख्या वाले पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है लेकिन चिकित्सा और पानी का कहीं स्टॉल नहीं लगाया गया है बिजली की कोई व्यवस्था नहीं की गई है और फायर ब्रिगेड भी नहीं देखा गया है।
अव्यवस्थाओं के बीच 14 से 17 तक चलेगा मेला।
मकर संक्रांति मेला आज 14 जनवरी से शुरू होकर 17 जनवरी तक चलेगा और 18 जनवरी को मेला स्थल से सभी व्यापारी अपनी सुविधा अनुसार वापस जाने की तैयारी करेंगे इस मेले में सैकड़ो व्यापारी अपनी दुकान लगाते हैं जो 5 दिनों तक इसी जगह रहेंगे दिन तो ठीक है लेकिन रात में जंगल में अंधेरे में रहने को मजबूर होंगे इसके अलावा व्यापारी और मेले में आने वाले लोग नदी का पानी पीने को मजबूर होंगे यहां पानी की भी व्यवस्था नहीं की गई है इसके साथ ही अस्थाई शौचालय की भी व्यवस्था कहीं नहीं देखी गई जबकि इतने बड़े मेले में पंचायत विभाग द्वारा ऐसी सभी सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए जिससे कि किसी भी तरह की कोई घटना दुर्घटना होने की स्थिति निर्मित ना हो।