रीवा

Rewa news, जगतगुरु शंकराचार्य पर व्याख्यान माला संपन्न।

Rewa news, जगतगुरु शंकराचार्य पर व्याख्यान माला संपन्न।

रीवा। भारतीय भाषा समिति (शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार) के तत्वावधान में अखिल भारतीय साहित्य परिषद रीवा एवं सरस्वती विज्ञान महाविद्यालय रीवा के सौजन्य से शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रीवा में “जगतगुरु श्री शंकराचार्य आध्यात्मिक एवं भाषा एकता के वाहक”विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान माला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती जी एवं जगद्गुरु श्री शंकराचार्य जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ। तत्पश्चात आमंत्रित अतिथिगण एवं वक्ताओं का स्वागत किया गया। स्वागत उद्बोधन एवं अतिथि परिचय अखिल भारतीय साहित्य परिषद महाकौशल प्रांत के महामंत्री चंद्रकांत तिवारी ने दिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ राजकुमार आचार्य एवं अध्यक्षता संतोष कुमार त्रिपाठी संयुक्त संचालक लोक शिक्षण रीवा संभाग रीवा ने की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो राकेश सोनी अमरकंटक विश्वविद्यालय एवं आर एन पटेल प्राचार्य शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रीवा थे। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रो सूर्यनारायण गौतम “वेदाचार्य” एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह एवं शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय के विद्वान आचार्य डॉ सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी रहे। विषय प्रवर्तन करते हुए प्रो गौतम ने कहा कि श्री शंकराचार्य जी ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए पूरे देश का भ्रमण कर सामाजिक समरसता,आध्यात्मिक चेतना एवं भाषाई एकता को स्थापित करने का कार्य किया। शंकराचार्य जी ने विपरीत परिस्थितियों में वेदों के भाष्य लिखकर लोगों को पुनः आध्यात्मिक ज्ञान से जोड़ने का अद्वितीय कार्य किया।संगोष्ठी के द्वितीय वक्ता डॉ सुरेंद्राचार्य जी ने अपने व्याख्यान में शंकराचार्य के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर व्यापक प्रकाश डाला। आपने बताया कि भगवान कृष्ण के जन्म के 2500 वर्ष बाद भगवान शिव के अंश के रूप में शंकराचार्य जी का जन्म हुआ, जिन्होंने भारत के आध्यात्मिक चेतना एवं सांस्कृतिक पुनरोदय का अप्रतिम कार्य किया। शंकराचार्य बचपन से ही विलक्षण बुद्धि के थे उन्होंने कम उम्र में ही वेद व वेदांगों का अध्ययन कर भारतीय समाज की रचना में उनके योगदान को महसूस कर लिया था। तदुपरांत अपने शास्त्रार्थ के द्वारा वेदों के विचारों से लोगों को सहमत किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजकुमार आचार्य ने शंकराचार्य के भाष्य एवं अन्य ग्रंथों को पढ़ने के लिए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य दक्षिण में जन्म लेने के बाद उत्तर भारत तक विभिन्न स्थानों पर प्रवास कर विभिन्न धर्म एवं विचारों को समझा एवं उन्हें अपने अद्वैत वेदांत को समझाने में सफल रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रीवा संभाग शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक एस के त्रिपाठी ने कहा कि शंकराचार्य जी ने शस्त्र से नहीं शास्त्रार्थ से लोगों का मन जीता और उन्हें श्रेष्ठ मनुष्य बनने के विचार से सहमत किया। व्याख्यान माला में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के कार्यों से परिचित कराया प्रो राकेश सोनी अमरकंटक विश्वविद्यालय एवं वर्तमान प्रांत अध्यक्ष अखिल भारतीय साहित्य परिषद ने। सभी अतिथियों वक्ताओं एवं श्रोताओं का आभार ज्ञापन किया अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिला अध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने। कार्यक्रम का संचालन डॉ विनय दुबे ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद की प्रान्तीय एवं रीवा संभाग की कार्यकारिणी का विस्तार भी किया गया।व्याख्यान माला के उपरांत एक भव्य एवं शानदार कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया जिसमें डा राजकुमार शर्मा,कमल किशोर मिश्रा कमल, शिवानंद तिवारी,प्रवीणा पाण्डेय, चंद्रकांत तिवारी,अमित द्विवेदी,अनुसुइया प्रसाद मिश्र, प्रद्युम्न नामदेव, आयुषी सिंह,शशि द्विवेदी एवं सुखनंदन प्रजापति में काव्य पाठ किया।

इस अवसर पर विमलेश द्विवेदी प्रो कमलाकर पाण्डेय,अजय मिश्रा,विजय दुबे,डॉ रंजना मिश्रा, शैलजा सिंह, डा पी एन मिश्रा, कैलाश गुप्ता,अजय अवस्थी,सीएम राइज पीके स्कूल रीवा के प्राचार्य वरुणेन्द्र प्रताप सिंह,राजेश मिश्रा,रजनीश तिवारी, अनिल शुक्ला,राजीव तिवारी,शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं शिक्षक गण,छात्राध्यापक, नगर के साहित्यकार एवं गणमान्य जन काफी संख्या में उपस्थित रहे।

महाकौशल प्रांत की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया। कार्यकारिणी विस्तार करते हुए प्रांत अध्यक्ष राकेश सोनी ने किया निरंजन जी जबलपुर को प्रांत उपाध्यक्ष ,वंदना गुप्ता सागर को प्रांत कोषाध्यक्ष, मनोज त्रिपाठी मानसीज,छतरपुर को प्रांत मंत्री एवं ममता नरेंद्र सिंह रेवा को प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य घोषित किया गया है। इसी प्रकार रीवा संभाग की कार्यकारिणी घोषित करते हुए डॉक्टर राजकुमार शर्मा राज को संभाग रीवा का अध्यक्ष, डॉक्टर विनय दुबे रेवा को उपाध्यक्ष, कमलापति गौतम सीधी को संभागी महामंत्री रामकृष्ण द्विवेदी को संभागीय मंत्री ,हरिमोहन द्विवेदी को संभागीय मंत्री घोषित किया गया है।

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