विधवा महिला की जमीन हड़प रहे लोगों ने व्यापारी संगठन के नेताओं को दिया धोखा, पत्रकार ने खोदा पहाड़ निकली चुहिया।
विधवा महिला की जमीन हड़प रहे लोगों ने व्यापारी संगठन के नेताओं को दिया धोखा, पत्रकार ने खोदा पहाड़ निकली चुहिया।
विधवा महिला की जमीन हड़पने वाले ने संख्या बल दिखाकर पुलिस पर दवाब बनाने का किया प्रयास पीड़ित महिला की शिकायत पर एसपी रीवा ने लिया संज्ञान।
विराट वसुंधरा
रीवा। दो दिन पहले एक यूट्यूब चैनल की खबर नहीं ऐसी सनसनी खेज खबर चलाई की मानो पहाड़ टूट पड़ा घटना रीवा शहर के बांस घाट की है जहां के निवासी कुछ लोगों ने व्यापारी संगठन के दर्जनों लोगों और कांग्रेस नेता को लेकर सिविल लाइन थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराए कि एक पत्रकार ने जमीन पर कब्जा कर लिया है पत्रकार उमेश सिंह के खिलाफ पूर्व में सिविल लाइन थाना में दर्ज प्रकरण का हवाला देकर बात का बतंगड़ बनाया गया और अपनी दुश्मनी निकालने के लिए एक सुपारी पत्रकार यूट्यूबर ने इसी मुद्दे से जोड़कर उमेश सिंह के खिलाफ चल रहे अदालती मामले का जमकर मीडिया ट्रायल भी किया इस सनसनीखेज खबर की सच्चाई जब सामने आई तो न सिर्फ व्यापारी संगठन के लोग हैरत में पड़ गए बल्कि मामले की जांच विवेचना कर रही सिविल लाइन पुलिस भी परेशान हो गई।
पुलिस और राजस्व अमले की नाकामी आई सामने।
इस मामले को लेकर बीते दिन पुलिस अधीक्षक रीवा से बांस घाट निवासी विधवा महिला अर्चना सिंह पत्नी स्वर्गीय भोला सिंह ने शिकायत पत्र देकर यह बताया कि उनका पुराना घर बस स्टैंड के पास बांस घाट में बना हुआ है और उनकी छत में पड़ोसी ने दीवार बना ली है जिसकी शिकायत उन्होंने तहसील कार्यालय और पुलिस को पूर्व में कई दिनों से दे रखा है लेकिन राजस्व और पुलिस विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई और पड़ोसी दबंग व्यक्ति ने विधवा महिला की छत में अपनी दीवाल बना ली है, इस मामले में यदि समय रहते पुलिस और राजस्व अमला ध्यान देता तो विधवा महिला की छत में भू माफिया कब्जा नहीं करते और समय पर प्रशासन को ऐसे मामलों में ध्यान भी देना चाहिए जिससे कि विवाद की स्थिति बढ़ने की समस्या से बचा जा सके।
पत्रकार को बदनाम करने पत्रकार ने बनाई भूमिका।
पीड़ित महिला ने बताया कि दबंग पड़ोसी द्वारा जब छत में अतिक्रमण किया जा रहा था तो महिला ने डायल हंड्रेड पुलिस को सूचना दी थी और मौके पर आई पुलिस में काम रुकवा दिया था पुलिस ने आगे कुछ नहीं किया तो मौका पाकर पड़ोसी ने दीवार खड़ी कर ली और अब किए गए अतिक्रमण को सही साबित करने के लिए और शिकायत करने से रोकने के लिए अकेली विधवा महिला को प्रताड़ित किया जा रहा है इस पूरे मामले में भू माफियाओं का साथ देने एक पत्रकार ने बड़ी भूमिका बनाई और व्यापारी संघ के लोगों को इस मामले में सामने खड़ा कर दिया और पत्रकार उमेश सिंह से दुश्मनी निकालने के लिए ऐसी सनसनीखेज खबर परोस दी की सुनने और जानने वालों के होश उड़ गए, व्यापारी संघ के नेता कृष्ण कुमार गुप्ता से जब इस मामले में जानकारी चाही गई कि आपने मौका निरीक्षण किया और राजस्व विभाग तथा पुलिस द्वारा की जा रही जांच के संबंध में जानकारी ली है तो उन्होंने इनकार कर दिया कि मैंने कुछ नहीं देखा है और लोगों के कहने पर चला गया था और उन्होंने यह स्वीकार किया कि यह पड़ोसियों का सामान्य विवाद है कोई बड़ा इशू नहीं है खबर देखकर मेरे समझ में आ गया है, इस मामले को लेकर पत्रकार ने पूरा पहाड़ खोद डाला और निकली चुहिया।
अन्याय का साथ देने आंख मूंद कर खड़ा हो गया समाज।
अब सवाल यह उठता है कि दो पड़ोसियों के बीच में उनके निजी स्वार्थ के लिए हो रहे विवाद को लेकर सुपारी पत्रकारिता करने वाले मीडियाकर्मी और अतिक्रमण करने वाले लोगों के कहने पर अगर समाज खड़ा हो जाएगा और विधवा महिला पर इसलिए अत्याचार करेंगे की उसके नाती पर मुकदमा दर्ज है तो यह कहां का न्याय है जबकि मुकदमा दर्ज है और उसका फैसला अभी अदालत को करना है ना कि समाज के ठेकेदारों को और यूट्यूबर पत्रकार को जो आए दिन अदालती मामलों का मीडिया ट्रायल करके लोगों को समाज में बदनाम कर रहे है और झूठ परोसकर समाज में दहशत फैलाने का काम कर रहे है, तो वहीं अतिक्रमणकारियों को बचाने आंख मूंद कर बिना देखे समझे समाज खड़ा हो गया तो यह अन्याय नहीं तो और क्या है।
रीवा पुलिस अधीक्षक ने लिया संज्ञान
हालांकि पुलिस अधीक्षक रीवा ने इस मामले को पीड़ित महिला की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कानूानी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है अब पुलिस की जांच विवेचना और राजस्व विभाग द्वारा नाप जोख करने के बाद पूरे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।