MP news, ठगा महसूस कर रहा कांग्रेस मे ब्राह्मण वर्ग, सीधी संसदीय क्षेत्र से नहीं मिली एक भी टिकट सोशल मीडिया में छिड़ी बहस।
ठगा महसूस कर रहा कांग्रेस मे ब्राह्मण वर्ग, सीधी संसदीय क्षेत्र से नहीं मिली एक भी टिकट।
विराट वसुंधरा ब्यूरो,
सीधी। संसदीय क्षेत्र से इस बार ब्राह्मणों का सफाया हो गया है, संसदीय क्षेत्र अंतर्गत 08 विधानसभा सीटों में 04 सीट अनारक्षित हैं जिसमें दो सीटों पर कांग्रेस ने क्षत्रिय समाज के नेताओं को उतारा है जबकि दो अनारक्षित सीटों में पिछड़ा वर्ग को दे दी है। ऐसे में सीधी संसदीय क्षेत्र के ब्राह्मण कांग्रेस पार्टी से नेताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए ठगा महसूस कर रहे हैं। उल्लेखनीय हैं कि सीधी संसदीय क्षेत्र अंतर्गत चार अनारक्षित सीटों में भाजपा ने अब तक तीन सीटों में अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है,जिसमें तीनों सीटों पर ब्राह्मण चेहरे को उतारा है जबकि कांग्रेस ने चारों सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। लेकिन एक भी टिकट ब्राह्मणों को नहीं दिया है।ब्राह्मण नेताओं का आरोप है कि अभी तक सीधी संसदीय क्षेत्र में एक सीट ब्राह्मण को अवश्य मिलती थी लेकिन इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ व शीर्ष नेताओं ने ब्राह्मणों को कोई तबज्जो नहीं दिया है।
तब और अब की कांग्रेस:-
कांग्रेस पार्टी में सीधी संसदीय क्षेत्र में ब्राह्मण नेता का हाशिये पर चले गए हैं,एक समय ऐसा होता था कि यहां अन्य वर्गो की अपेक्षा ब्राह्मणों को सबसे ज्यादा पद और स्थान मिलता था लेकिन बीते एक दशक से सीधी संसदीय क्षेत्र के ब्राह्मण नेताओं को सिर्फ राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए तैयार किया जा रहा है। गुरुवार देर रात कांग्रेस पार्टी द्वारा मध्यप्रदेश के 88 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई हैं जिसमें संसदीय क्षेत्र में सीधी विधानसभा से ब्राह्मण उम्मीदवार देने की मंशा पर भी पानी फिर गया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा एक भी ब्राह्मणों को न दिए जाने से समूचे संसदीय क्षेत्र के ब्राह्मणों में नाराजगी देखी जा रही हैं।
सोशल मीडिया में विरोध शुरू:
सीधी संसदीय क्षेत्र के ब्राह्मण नेताओं ने भले ही अपनी नाराजगी सार्वजनिक रूप से नहीं जाहिर कर रहे हैं लेकिन उनके समर्थक व कांग्रेस पार्टी के लिए मतदान करने वाले ब्राह्मण मतदाता खुलकर विरोध करना शुरू कर दिए हैं। गुरुवार देर रात कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी की गई सूची के बाद ही ब्राह्मण नेताओं के समर्थक सोशल मीडिया पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के प्रति अपनी भड़ास निकालनी शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक ब्राह्मण नेताओं ने इस पर खुलकर अपनी प्रक्रिया नहीं व्यक्त की है।