रात-भर चले रीवा जिले की हाट सीट सेमरिया के पोलिटिकल ड्रामा का सुबह हुआ अंत अभय मिश्रा और एक अन्य पर भी मामला हुआ दर्ज।
रात-भर चले रीवा जिले की हाट सीट सेमरिया के पोलिटिकल ड्रामा का सुबह हुआ अंत अभय मिश्रा और एक अन्य पर भी मामला हुआ दर्ज।
ठीक मतदान के पहले कथित घटना को लेकर उठे सवाल दोनों पक्षों से मामला हुआ दर्ज घटना की जांच में जुटी पुलिस।
रीवा जिले की हाट सीट सेमरिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा बीती रात थाना विश्वविद्यालय में सैकड़ों लोगों को लेकर पहुंचे और हंगामा करते हुए आरोप लगाया था कि जिला पंचायत सदस्य सुंदरियां आदिवासी के ऊपर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया और स्कार्पियो गाड़ी में तोड़फोड़ की गई है काफी देर तक अभय मिश्रा के लोगों ने हंगामा खड़ा किया और पुलिस पर दवाब बनाकर एफआईआर दर्ज कराई गयी
अचानक हुई ऐसी सनसनीखेज कथित घटना को लेकर भाजपा
भाजपा प्रत्याशी केपी त्रिपाठी और उसके समर्थकों ने जब जानकारी ली तो पता चला कि पुलिस ने भीड़ के हंगामा को शांत करने के लिए जल्दवाजी में बिना जांच विवेचना मेडिकल कराए ही मामला दर्ज कर लिया है पुलिस के इस रवैया से नाराज़ भाजपा प्रत्याशी और उसके सभी मंडलों के अध्यक्ष कार्यकर्ता विश्वविद्यालय थाना पहुंचे और पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ थाना के सामने धरने पर बैठ गए ।
देर रात सैकड़ों लोग बैठे धरने पर।
सेमरिया निवर्तमान विधायक भाजपा प्रत्याशी केपी त्रिपाठी और जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल और नगर निगम अध्यक्ष बेकटेश पाण्डेय सहित सैकड़ों लोग थाना के सामने देर रात तक धरना पर बैठे रहे उनका कहना था कि पुलिस ने बिना जांच विवेचना मेडिकल कराए अभय मिश्रा के षड्यंत्र में शामिल होकर मामला दर्ज किया है जबतक जांच विवेचना कर मामले में निष्पक्ष पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा साथ ही धरना दे रहे लोगों का आरोप था कि अभय मिश्रा और उनके एक साथी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को धमकाया है और अभद्रता की थी इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई जाए।
मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी ने मामला कराया शांत।
मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी रीवा ने मामले को शांत कराते हुए भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर अभय मिश्रा और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है और सुंदरियां आदिवासी द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट की जांच विवेचना कर न्यायिक कार्यवाही करने की बात कही है इस दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना था कि कुख्यात शराब माफिया अभय मिश्रा इसी तरह की घटनाओं की कहानी रच कर पुलिस प्रशासन और जनता को धोखा देता है इसकी राजनीतिक स्वार्थ की बलि बेगुनाह लोग चढ़ रहे हैं।
मायाबी षड्यंत्रकारी अभय के चक्कर में आई पुलिस: केपी त्रिपाठी।
इस दौरान भाजपा प्रत्याशी केपी त्रिपाठी ने कहा कि षड्यंत्रकारी मायाबी अभय मिश्रा चुनाव हार रहे हैं इसलिए सुनियोजित तरीके ऐसा बखेड़ा खड़ा करके चुनाव का माहौल बिगाड़ने का षड्यंत्र कर रहे हैं ऐसे मायाबी षड्यंत्रकारी सिर्फ गंदगी कर सकते हैं इनके दांव फिर पड़ा उल्टा पड़ गए हैं 21 पूर्व में भी सुंदरियां आदिवासी को आगे करके झूठी कहानी बनाकर घटना बनाई जाती है और सेमरिया क्षेत्र का माहौल खराब करने की कोशिश की जाती है अभय मिश्रा के षड्यंत्र की इन दिनों आडियो वायरल हो रही है जिनमें सीईओ कांड सहित कई षडयंत्रों का खुलासा हुआ है।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कॉल ने कहा कि आदिवासियों के वोट के लिए उन्हें भ्रमित करने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ऐसा कर रहे हैं उनके इस नाटक और षड्यंत्र का असर आदिवासियों पर नहीं पड़ने वाला है सुंदरिया आदिवासी और अभय मिश्रा जनता को गुमराह करने के लिए गलत काम कर रहे हैं।
अभय मिश्रा के षडयंत्रों का वाइरल हो रहे आडियो।
सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में अभय मिश्रा द्वारा नि वर्तमान विधायक और भाजपा प्रत्याशी केपी त्रिपाठी को बदनाम करने की विगत कई वर्षों से की जा रही साजिश का खुलासा हो रहा है जिसमें सीओ कांड को लेकर भी एक कथित पत्रकार और अभय मिश्रा की बीच हो रही बातचीत का ऑडियो शामिल है ठीक चुनाव के पहले वायरल हो रही ऑडियो से यह स्पष्ट हो गया है कि अभय मिश्रा साम दाम दंड भेद अपना कर किसी भी तरह से अपने वर्चस्व को बनाने किसी भी हद तक जा सकते हैं क्योंकि बीते सप्ताह उन्होंने एक झूठी अफवाह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फैलाई थी कि ईडी का छापा उनके यहां पड़ने वाला है उन्हें सूचना मिली है।