MP news, रीवा के महापौर अजय मिश्रा बाबा कांग्रेस से तो भाजपा से पूर्व महापौर शिवेन्द्र सिंह पटेल हो सकते हैं लोकसभा प्रत्याशी।
MP news, रीवा के महापौर अजय मिश्रा बाबा कांग्रेस से तो भाजपा से पूर्व महापौर शिवेन्द्र सिंह पटेल हो सकते हैं लोकसभा प्रत्याशी।
लोकसभा चुनाव के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है माना जा रहा है कि अप्रैल महीने तक चुनाव संपन्न करा लिया जाएगा ऐसे में मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी इस बार विजय हासिल करना चाहती है बीते 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 28 सीटों पर ऐतिहासिक विजय हासिल की थी और कांग्रेस पार्टी को एक छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर नकुलनाथ ने विजय हासिल किया था 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट भी जीतना चाहती है इसके लिए बीते वर्ष से ही छिंदवाड़ा में भाजपा नेताओं द्वारा बूथ स्तर पर लगातार काम किया जा रहा है तो वहीं बाकी की लोकसभा सीटों पर अगर नजर दौड़ाई जाए तो कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है लेकिन भारतीय जनता पार्टी अगर कुछ भी सीट हारती है तो कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी से कम नहीं होगा।
मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र की राजनीति हमेशा लोकसभा चुनाव को लेकर अलग-अलग तरह के परिणाम देती रही है यहां भाजपा और कांग्रेस पार्टी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी भी तीसरी ताकत के रूप में गिनी जाती है रीवा लोकसभा सीट में 1991 में बहुजन समाज पार्टी के भीम सिंह पटेल ने कांग्रेस के श्रीनिवास तिवारी और भाजपा के कौशल प्रसाद मिश्रा को पराजित किया था इसके बाद से ओबीसी की राजनीति परवान चढ़ने लगी और बहुजन समाज पार्टी से बुद्धसेन पटेल और फिर देवराज सिंह पटेल भी रीवा जिले से सांसद चुने गए हालांकि विंध्य क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी का ग्राफ अब गिरने लगा और ओबीसी वर्ग के अधिकांश नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए जहां सतना से सांसद गणेश सिंह जिला पंचायत की राजनीति से निकलकर लोकसभा सांसद बने और ओबीसी वर्ग के बड़े नेता के रूप में गिने जाते हैं हालांकि विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब लोकसभा में उनकी उम्मीदवारी को लेकर इस बार संभावना कम ही जताई जा रही है ऐसे में उसकी भरपाई रीवा जिले से की जा सकती है।
रीवा लोकसभा सीट पर इस बार कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अजय मिश्रा बाबा का चेहरा सामने आ सकता है देखा जाए तो रीवा जिले में कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ने ओबीसी नेताओं को लोकसभा चुनाव में अबतक प्रत्याशी नहीं बनाया है लेकिन इस बार माना जा रहा है कि अगर किसी कारण बस भाजपा के वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा की टिकट कटती है तो ओबीसी वर्ग को भाजपा टिकट दे सकती है तो वहीं कांग्रेस पार्टी में इस समय महापौर अजय मिश्रा बाबा को लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है और अजय मिश्रा बाबा का नाम आम जनता में भी गली-गली चर्चा का विषय बन चुका है अजय मिश्रा बाबा रीवा के महापौर हैं युवा और मिलनसार हैं लोकप्रिय चेहरों में गिने जाते हैं इसलिए अजय मिश्रा बाबा को कांग्रेस पार्टी लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है ऐसा माना जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर दो बार से रीवा सांसद चुने जाने वाले जनार्दन मिश्रा का अगर किसी कारण बस टिकट कटता है तो लोकसभा की टिकट ओबीसी वर्ग को दी जा सकती है वैसे तो भाजपा के जिला अध्यक्ष डॉ अजय सिंह पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती माया सिंह रविराज विश्वकर्मा डा विष्णु देव कुशवाहा जैसे कई ओबीसी नेता लोकसभा की टिकट चाहते हैं लेकिन अंदर ही अंदर लोकसभा चुनाव की तैयारी भाजपा के जिला अध्यक्ष डॉक्टर अजय सिंह करते देखे जा रहे है ऐसे में ओबीसी वर्ग में ही अगर बात की जाए तो रीवा के पूर्व महापौर शिवेंद्र सिंह पटेल को ओबीसी वर्ग के लोग अधिक पसंद करते हैं इसके पीछे जो तर्क दिया जा रहा है वह यह है कि शिवेंद्र सिंह सरल सहज और मिलासर है महापौर रहते भी उनको पद का घमंड नहीं रहा भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनता के लिये उनका बढ़िया कार्यकाल रहा है उनका सरल और सहज स्वभाव उन्हें एक बेहतर नेता बनता है और 90 के दशक से भाजपा की राजनीति में सक्रिय भूमिका में शामिल रहे हैं पूर्व महापौर शिवेंद्र सिंह पटेल अपने ही वर्ग में जिला अध्यक्ष डॉ अजय सिंह पटेल के मुकाबले अधिक पसंद किए जा रहे है ऐसे में माना जा रहा है कि अगर विधानसभा चुनाव की ही तरह लोकसभा चुनाव में भी भाजपा नया करती है तो चौंकाने वाला नाम शिवेंद्र सिंह पटेल रीवा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी के रूप में सामने आ सकता है।