Rewa news, विचाराधीन बंदी की मौत के बाद बढ़ा आक्रोश जेल प्रशासन के अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज कराने हल्ला बोल।

0

Rewa news, विचाराधीन बंदी की मौत के बाद बढ़ा आक्रोश
जेल प्रशासन के अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज कराने हल्ला बोल।

कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना कांग्रेस नेता गिरिजेश पाण्डेय गिरीश सिंह और कमांडो अरुण गौतम सहित कई कांग्रेस नेता और समाजसेवी बैठे धरने पर।

 

यज्ञ प्रताप सिंह, क्राइम रिपोर्टर 

रीवा बीते दिन संजय गांधी अस्पताल में विचाराधीन बंदी की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ और रीवा जेल प्रशासन पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे देखा जाए तो जेल के अंदर जिस तरह से कैदियों के साथ बर्ताव हो रहा है वह वही जानता है जो जेल के अंदर रह चुका है जेल के अंदर दी जाने वाली यातनाएं कितनी भयानक होती है कि कोई भी कैदी मुंह खोलने की हिम्मत नहीं रखता जेल के अंदर की घटनाओं का बीते वर्ष कमांडो अरुण गौतम ने पूरा सच सामने रख दिया था और लगातार जेल प्रशासन के अन्य के खिलाफ मुखरित होकर लड़ते रहे जेल के अंदर कैदियों को सुख सुविधा के लिए और मार से बचने के लिए परिजनों को रुपए देने पड़ते हैं ऐसे कई बार आप लग चुके हैं बीते वर्ष राजू गर्ग नमक कैदी की मौत के बाद जेल के अंदर का बहुत कुछ सच सामने आया था अब बीते दिन ग्राम गढ़ निवासी सुधाकर सिंह पुत्र स्व जनार्दन सिंह जो 307 के अपराध में रीवा केन्द्रीय जेल में विचाराधीन बंदी थे उनकी मौत होने के बाद फिर जेल प्रशासन के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगे हैं मृतक के बड़े भाई प्रभाकर सिंह ने अपने भाई सुधाकर सिंह की मौत के लिए जेल प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया था।

अभय मिश्रा, सुखेंद्र सिंह बन्ना गिरिजेश पाण्डेय कमांडो अरुण गौतम सहित कई लोगों ने जेल प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा।

बीते दिन हुई घटना को लेकर आज रीवा केंद्रीय जेल प्रशासन के खिलाफ विपक्ष के नेता विधायक अभय मिश्रा पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना गिरिजेश पाण्डेय और जेल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कमांडो अरुण गौतम सहित सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है और कैदियों के साथ किये जा रहे अन्याय का पुरजोर विरोध किया है प्रदर्शन कारियों का कहना है कि सुधाकर सिंह की जेल के अंदर ही मौत हो गई थी इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराकर अस्पताल में मौत होने का बहाना बनाया जा रहा है आक्रोशित लोगों ने जेल प्रशासन के अधिकारियों और संबंधित जिम्मेदार कर्मचारियों की खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है बता दें कि बीते दिन विचाराधीन बंदी सुधाकर सिंह की मौत के बाद संजय गांधी अस्पताल परिसर रीवा में काफी देर तक हंगामा होता रहा मृतक के परिजनों द्वारा यह कहते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार किया गया कि जब तक जेल प्रशासन के अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज नहीं होगा तब तक पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे

बंदी की मौत के बाद भी लगी थी हथकड़ी।

जेल के बंद कैदियों को जब गंभीर हालत में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाता है इस दौरान हथकड़ी लगी होती है बीते कल बिचारा धीन बंदी की मौत के बाद हथकड़ी लगी देखी गई जो मानवता को शर्मसार करने वाली कहीं जा सकती है बीते दिन हुई घटना को लेकर जेल अधीक्षक द्वारा कहा गया कि हार्ट अटैक से मौत हुई है जबकि अस्पताल में कैदियों की अन्य बीमारियों के भी उपचार चिकित्सकों द्वारा किए जा रहे थे और अगर हार्ट की बीमारी थी तो समय रहते अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं कराया गया बीते दिन उनकी तबियत बिगड़ी और गंभीर हालत में रीवा संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई जिसको लेकर परिजनों ने आरोप लगाया था कि जेल से ही मृत अवस्था में लाया गया था और अस्पताल में भर्ती करके दिखावा किया गया है।

- Advertisement -

Leave A Reply

Your email address will not be published.