MP news, रीवा जिले के विभिन्न खरीदी केंद्रों में हो रही अनियमितताएं, लुट रहे किसान रीवा कलेक्टर से हुई शिकायत।

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रीवा जिले के विभिन्न खरीदी केंद्रों में हो रही अनियमितताएं, लुट रहे किसान रीवा कलेक्टर से हुई शिकायत।

👉खरीदी केंद्र मां भगवती वेयरहाउस नवागांव बकछेरा और ग्राम कारौ में संचालित रायपुर कर्चुलियान के खरीदी केंद्र मे नहीं थे नोडल अधिकारी।

👉कंप्यूटर ऑपरेटर के फोन करने पर पहुंचे रायपुर खरीदी केंद्र के नोडल अधिकारी।

👉उक्त खरीदी केदो में शासन के गाइड लाइन के अनुसार नहीं दिखी व्यवस्थाएं।

👉अपना अनाज लेकर आए किसानों ने सुविधाओं व्यवस्थाओं और नापतोल को लेकर जताई नाराजगी।

👉कैमरे के सामने किसानों ने खरीदी केंद्रों की बताई असलियत।

विराट वसुंधरा/ अनुज प्रताप सिंह
रीवा। जिले के जनपद पंचायत रायपुर कर्चुलियान अंतर्गत संचालित सेवा सहकारी समिति रायपुर कर्चुलियान एवं सेवा सहकारी समिति लौवा लक्ष्मणपुर के खरीदी केदो में व्यापक अनियमिताओं का मामला प्रकाश में आया है जहां सेवा सहकारी समिति  लक्ष्मणपुर के खरीदी केंद्र मां भगवती वेयरहाउस नवागांव बकछेरा एवं सेवा सहकारी समिति रायपुर कर्चुलियान के खरीदी केंद्र ग्राम करौ स्थित वेयरहाउस में मौके पर नोडल अधिकारी नहीं पाए गए खरीदी केंद्र में उपस्थित किसानों ने खरीदी केदो की असलियत बया करते हुए बताया कि यहां तो नोडल अधिकारी कभी-कभार आते हैं जबकि शासन की गाइडलाइन में लिखा है कि नोडल अधिकारी को खरीदी केदो में लगातार उपस्थित रहना चाहिए यदि वह ऐसा नहीं करते तो भ्रमण के दौरान बिना पूर्ण सूचना के किसी भी केंद्र स्तरीय नोडल अधिकारी की अनुपस्थित पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। जबकि सेवा सहकारी समिति लौवा लक्ष्मणपुर खरीदी केंद्र के नोडल अधिकारी कामता पटेल एवं सेवा सहकारी समिति रायपुर कर्चुलियान खरीदी केंद्र के नोडल अधिकारी रामजी पांडे है जिसमें रामजी पांडे बाद में कंप्यूटर ऑपरेटर के फोन करने पर केंद्र में पहुंचे उपरोक्त खरीदी केदो में किसानों के लिए जो सुविधा व्यवस्थाएं होनी चाहिए थी नहीं देखी गई।

शासन के दिशा निर्देश अनुसार किसी भी प्रकार का सूचना पटल वह टोल फ्री नंबर प्रदर्शित नहीं पाया गया यहां तक की अग्निशामक यंत्र भी दिखाई नहीं दिए धान के गुणवत्ता परीक्षक भी केंद्र में नहीं पाए गए पूछने पर जिनकी कोई जानकारी नहीं दी गई जन सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं दिखा खरीदी केदो में किसानों से जब पूछा गया तो किसानों ने खरीदी केदो की असलियत की पोल खोलते हुए बताया कि तौल कांटे का सत्यापन किसानों के समक्ष नहीं किया जाता एवं कांटे में गड़बड़ी के कारण धान ज्यादा मात्रा में तोली जाती है शासन के दिशा निर्देश अनुसार खरीदी नहीं की जा रही है सेटिंग करके किसानों से ले देकर के पहले धान खरीद लेते हैं जबकि नियमानुसार क्रमशः खरीदी करनी चाहिए  किसानों ने यह भी बताया कि सुविधा में व्यवस्था के नाम पर गाइडलाइन के अनुसार जो सुविधा एवं व्यवस्था होनी चाहिए वह बिल्कुल नहीं पाई गई समिति  समिति प्रबंधक जो कि कई समितियो का प्रभार लिए हुए हैं जिनका भी कोई रहता पता नहीं रहा

आखिर कब तक चलेगी इस तरह की भरेशाही जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर रीवा से भी की गई है।

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